(Below is the actual poem, by a friend)
हक़ीक़त की ज़मीन पर पाँव लगने से पहले
Take me with you
Take me before I understand the truth
Take me before I realize i'm dreaming
Take me before I become the slave of my hopes
Take me before I understand the truth
Take me before I realize i'm dreaming
Take me before I become the slave of my hopes
I have been walking towards you for a life time now
Take me before I'm exhausted and dead
Take me before I'm exhausted and dead
Take me to your world
Where all I can hear is your breath
***
Where all I can hear is your breath
***
हक़ीक़त की ज़मीन पर पाँव लगने से पहले
मुहब्बत की एक उड़ान दे, शाम ढलने से पहले
अरसा हुआ तेरी ज़ात पर नींदें क़ुर्बान किये हुए
तू ख़्वाब सी एक रात दे, ख़्वाब जलने से पहले
एक सफर तय किया है तुम्हारी तरफ़ मैंने
मंज़िल की एक झलक दे, जान निकलने से पहले
बड़ी बेदर्दी से ज़ख्मों को भुलाया है
तू दर्द की नई मिसाल दे, घाव भरने से पहले
इस बात से कहाँ इंकार कि तू मुक़द्दर है किसी और का
एक पल की क़ुर्बत दे, सदियों बिछड़ने से पहले
तू ख़्वाब सी एक रात दे, ख़्वाब जलने से पहले
एक सफर तय किया है तुम्हारी तरफ़ मैंने
मंज़िल की एक झलक दे, जान निकलने से पहले
बड़ी बेदर्दी से ज़ख्मों को भुलाया है
तू दर्द की नई मिसाल दे, घाव भरने से पहले
इस बात से कहाँ इंकार कि तू मुक़द्दर है किसी और का
एक पल की क़ुर्बत दे, सदियों बिछड़ने से पहले
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