Thursday, 10 December 2015

The Idea of an Ideal Love

तेरे चेहरे पर देखना है गुज़रे हुए साल,
तजुर्बे* का रंग बालों में उतरते देखना है.
कांपते हाथों का सहारा देना है तुझे,
उम्र को आँखों में उभरते देखना है.
हमारे साथ के ग़म भी मुझे अज़ीज़* हैं यूँ,
बचकाना* बातों पर खुद को झगड़ते देखना है.
तेरे अश्कों को चुनना है लबों से अपने,
दामन में तेरे, खुद को बिखरते देखना है.

मुहबत की हसीं सहर* ठहरती कहाँ हैं?
मुझे वफ़ा की ज़ईफ़* शामें देखनी हैं.
ज़िन्दगी के आखिरी पड़ाव* पर, जानां,
अपने पहलू* में तुझे देखना है.

*तजुर्बे - experience
*अज़ीज़ - dear to me
*बचकाना - silly
*हसीं सहर - beautiful dawn
*ज़ईफ़ - old / mature /aged
*आखिरी पड़ाव - last stage
*पहलू - by my side

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